प्रदेश के अन्य जिलों में भी खुलेंगे विश्वकर्माविवि के केंद्र
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गुरुग्राम। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय प्रबंधन को प्रदेश के अन्य जिलों में एक्सटेंशन सेंटर खोलने के निर्देश दिए हैं। इन केंद्रों में युवाओं का कौशल निखारने के लिए विश्व की तर्ज पर रोजगारोन्मुखी कोर्स चलाए जाएंगे। मुख्यमंत्री सोमवार को लोक निर्माण विश्रामगृह में देश व प्रदेश की पहली विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा कर रहे थे।
समीक्षा बैठक में विवि के कुलपति राज नेहरू व उनके स्टाफ के अलावा, गुरुग्राम के मंडल आयुक्त राजीव रंजन भी उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज के आधुनिक युग में अब स्किल का दौर है। वरिष्ठ माध्यमिक स्तर के बाद उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों को हुनरमंद बनाने पर जोर देना होगा। इसके लिए जिस प्रकार के रोजगारोन्मुखी कोर्स विश्वकर्मा विवि में चलाए जा रहे हैं वैसे ही कोर्स अन्य जिलों में चलाने के लिए विवि अपने एक्सटेंशन सेंटर खोले।
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अन्य जिलों के युवाओं पर भी दें ध्यान
गुरुग्राम व पलवल जिलों के अलावा प्रदेश के दूसरे जिलों में भी युवाओं का स्किल निखारने की जरूरत है। उन जिलों में खाली पड़े सरकारी भवनों की पहचान करके वहां पर सेंटर चलाए जा सकते हैं। यही नहीं, उन जिलों में स्थित इंजीनियरिंग कॉलेजों को भी स्किल यूनिवर्सिटी अपने साथ जोड़े और उन्हें एफिलिएशन दे। मुख्यमंत्री ने रोजमर्रा के जीवन में आवश्यक इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, रेफ्रिजिरेटर, वॉशिंग मशीन, एसी आदि रिपेयर करने वाले कोर्स करवाने पर बल दिया।
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रोजगार न पाने वालों की भी रखें जानकारी
उन्होंने कहा कि ये शॅार्ट टर्म के कोर्स करके युवा अपनी आजीविका अच्छे से चला सकते हैं तथा परिवार की आय बढ़ा सकते हैं। इसके साथ मुख्यमंत्री ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को इनके यहां से निकलने वाले विद्यार्थियों का डाटा तैयार करने और उनको ट्रैक करने की भी हिदायत दी और कहा कि केवल सफल विद्यार्थियों का ही डेटा ना रखें बल्कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद भी जो युवक-युवतियां कुछ नहीं कर पा रहे हैं, उन पर भी ध्यान दें। इन सभी विद्यार्थियों के परिवार पहचान पत्र का रिकॉर्ड भी रखें।
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पाठ्यक्रमों की जानकारी दी जाए
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि एक लाख से कम आय वाले परिवारों की आय बढ़ाने में मदद करने के उद्देश्य से प्रदेश में जगह-जगह मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अंतर्गत अंत्योदय मेलों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्किल यूनिवर्सिटी की ओर से प्रतिनिधि इन मेलों में जाकर लाभार्थियों को रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों की जानकारी दें। उन्होंने बाजार में मांग के अनुरूप युवाओं को स्किल अपग्रेडेशन के कोर्स करवाने और उनके बारे में लगातार प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया।
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6 पैकेज में चल रहा यूनिवर्सिटी का निर्माण
बैठक में कुलपति राज नेहरू ने बताया कि कैंपस का निर्माण पलवल जिले के गांव दुधौला में 6 पैकेज में किया जा रहा है। अब तक 267.64 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है और परियोजना की स्वीकृति के अनुसार 158.15 करोड़ की बकाया राशि की आवश्यकता है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 425 करोड़ रुपयेे खर्च होंगे। कैंपस में ओलंपिक स्टैंडर्ड का स्पोर्ट्स कॉंप्लेक्स बनाया जा रहा है जो रेजिडेंशियल होगा। इसमें स्टेडियम, जिम, स्वीमिंग पूल आदि की सुविधा उपलब्ध होगी।
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इस वर्ष होगा 983 विद्यार्थियों का दाखिला:
इसके अलावा, ऑडिटोरियम व कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें लगभग 1500 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता होगी और उसे अस्थायी पार्टिशन लगाकर छोटा या बड़ा किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि वर्ष-2022-23 में यूनिवर्सिटी में 34 पाठ्यक्रमों में 983 विद्यार्थियों को दाखिला दिया गया है, जिसमें डिप्लोमा , डिग्री और स्नातकोत्तर कोर्स शामिल हैं। इनमें तीन महीने से लेकर 3 साल तक की अवधि के कोर्स कराए जाएंगे।
समीक्षा बैठक में विवि के कुलपति राज नेहरू व उनके स्टाफ के अलावा, गुरुग्राम के मंडल आयुक्त राजीव रंजन भी उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज के आधुनिक युग में अब स्किल का दौर है। वरिष्ठ माध्यमिक स्तर के बाद उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों को हुनरमंद बनाने पर जोर देना होगा। इसके लिए जिस प्रकार के रोजगारोन्मुखी कोर्स विश्वकर्मा विवि में चलाए जा रहे हैं वैसे ही कोर्स अन्य जिलों में चलाने के लिए विवि अपने एक्सटेंशन सेंटर खोले।
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अन्य जिलों के युवाओं पर भी दें ध्यान
गुरुग्राम व पलवल जिलों के अलावा प्रदेश के दूसरे जिलों में भी युवाओं का स्किल निखारने की जरूरत है। उन जिलों में खाली पड़े सरकारी भवनों की पहचान करके वहां पर सेंटर चलाए जा सकते हैं। यही नहीं, उन जिलों में स्थित इंजीनियरिंग कॉलेजों को भी स्किल यूनिवर्सिटी अपने साथ जोड़े और उन्हें एफिलिएशन दे। मुख्यमंत्री ने रोजमर्रा के जीवन में आवश्यक इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, रेफ्रिजिरेटर, वॉशिंग मशीन, एसी आदि रिपेयर करने वाले कोर्स करवाने पर बल दिया।
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रोजगार न पाने वालों की भी रखें जानकारी
उन्होंने कहा कि ये शॅार्ट टर्म के कोर्स करके युवा अपनी आजीविका अच्छे से चला सकते हैं तथा परिवार की आय बढ़ा सकते हैं। इसके साथ मुख्यमंत्री ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को इनके यहां से निकलने वाले विद्यार्थियों का डाटा तैयार करने और उनको ट्रैक करने की भी हिदायत दी और कहा कि केवल सफल विद्यार्थियों का ही डेटा ना रखें बल्कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद भी जो युवक-युवतियां कुछ नहीं कर पा रहे हैं, उन पर भी ध्यान दें। इन सभी विद्यार्थियों के परिवार पहचान पत्र का रिकॉर्ड भी रखें।
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पाठ्यक्रमों की जानकारी दी जाए
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि एक लाख से कम आय वाले परिवारों की आय बढ़ाने में मदद करने के उद्देश्य से प्रदेश में जगह-जगह मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अंतर्गत अंत्योदय मेलों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्किल यूनिवर्सिटी की ओर से प्रतिनिधि इन मेलों में जाकर लाभार्थियों को रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों की जानकारी दें। उन्होंने बाजार में मांग के अनुरूप युवाओं को स्किल अपग्रेडेशन के कोर्स करवाने और उनके बारे में लगातार प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया।
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6 पैकेज में चल रहा यूनिवर्सिटी का निर्माण
बैठक में कुलपति राज नेहरू ने बताया कि कैंपस का निर्माण पलवल जिले के गांव दुधौला में 6 पैकेज में किया जा रहा है। अब तक 267.64 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है और परियोजना की स्वीकृति के अनुसार 158.15 करोड़ की बकाया राशि की आवश्यकता है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 425 करोड़ रुपयेे खर्च होंगे। कैंपस में ओलंपिक स्टैंडर्ड का स्पोर्ट्स कॉंप्लेक्स बनाया जा रहा है जो रेजिडेंशियल होगा। इसमें स्टेडियम, जिम, स्वीमिंग पूल आदि की सुविधा उपलब्ध होगी।
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इस वर्ष होगा 983 विद्यार्थियों का दाखिला:
इसके अलावा, ऑडिटोरियम व कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें लगभग 1500 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता होगी और उसे अस्थायी पार्टिशन लगाकर छोटा या बड़ा किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि वर्ष-2022-23 में यूनिवर्सिटी में 34 पाठ्यक्रमों में 983 विद्यार्थियों को दाखिला दिया गया है, जिसमें डिप्लोमा , डिग्री और स्नातकोत्तर कोर्स शामिल हैं। इनमें तीन महीने से लेकर 3 साल तक की अवधि के कोर्स कराए जाएंगे।
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